मुरादाबाद की पहली कोरोना संक्रमित युवती मारीषा ने वायरस को हरा दिया। पूरी तरह ठीक होकर शुक्रवार को अपने घर पहुंच गई। मारीषा 23 दिन तक जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती रही। शुक्रवार को लगातार दूसरी सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आने पर अस्पताल से उसे डिस्चार्ज कर दिया।
19 साल की मारीषा शुक्ला पुत्री संदीप शुक्ला फ्रांस में पढ़ाई कर रही है। अप्रैल 2019 से वह फ्रांस में है। 15 मार्च को फ्रांस से लौटने के बाद 17 मार्च को वह अपने रिश्तेदार प्रदेश के होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान के घर मूंढ़ापांडे पहुंची। अचानक बुखार और जुकाम की शिकायत पर उसे जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया।
उसकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई, लेकिन तीसरे ही दिन बुखार और जुकाम की शिकायत दूर हो गई। 29 अप्रैल को दूसरी सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई। लेकिन तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद शुक्रवार को चौथी रिपोर्ट भी निगेटिव आने के बाद 108 एंबुलेंस से मारीषा को घर तक छोड़ा गया।
मारीषा बिल्कुल स्वस्थ है। मुरादाबाद के चिकित्सकों के लिए बड़ी उपलब्धि है। चिकित्सकों और स्टाफ ने अपनी परवाह न करते हुए उसका बेहतर से बेहतर इलाज किया। मारीषा को 14 दिनों तक होम क्वारंटीन में रखा गया है। उसकी निगरानी रहेगी।
- डा. एमसी गर्ग, सीएमओ
तालियां बजाकर मारीषा को किया विदा
जिला अस्पताल के स्टाफ ने तालियां बजाकर मारीषा के हौसले को सलाम किया। दोपहर करीब साढ़े ग्यारह बजे सीएमएस डा. ज्योत्सना पंत, एमसी डा. राजेंद्र कुमार और डा. भावुतोष शंखधर के नेतृत्व में आइसोलेशन का स्टाफ मारीषा की विदाई करने एकजुट हुआ। मारीषा को फूलों का गुलदस्ता और डिस्चार्ज स्लिप भेंट की गई। सीएमएस डा. पंत ने कहा कि प्रोटोकॉल की तीन दवाओं के अलावा मारीषा को नियमित जिंक, विटामीन सी, कांपलेक्स और हेल्दी भोजन देने के साथ फेफड़ों को मजबूत बनाने की एक्साइज कराई गई।